
इस लेख में हम पृथ्वी, सौरमंडल, स्थलमंडल, जलवायु, जैवमंडल और भारत के भूगोल को विस्तार से समझेंगे।
☀️ 1. सौरमंडल और पृथ्वी
1.1 सौरमंडल का परिचय
हमारा सौरमंडल (Solar System) सूर्य और उसके चारों ओर घूमने वाले पिंडों का समूह है।मुख्य घटक –
- सूर्य – ऊर्जा का मुख्य स्रोत, जो हाइड्रोजन और हीलियम से बना है।
- ग्रह – बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, अरुण, वरुण।
- बौने ग्रह – प्लूटो, सेरेस आदि।
- उपग्रह – चंद्रमा, गैनीमेड, टाइटन।
- क्षुद्रग्रह, धूमकेतु और उल्का।
1.2 पृथ्वी का स्थान
- सूर्य से तीसरा ग्रह।
- जीवन के लिए अनुकूल वातावरण – वायुमंडल, जल, उपयुक्त तापमान।
- औसत दूरी सूर्य से लगभग 150 मिलियन किमी।
1.3 पृथ्वी का आकार और गति
पृथ्वी ध्रुवों पर चपटी (Oblate Spheroid)।
दो मुख्य गतियाँ –
- 1. घूर्णन (Rotation) – अपनी धुरी पर घूमना (24 घंटे → दिन-रात)।
- 2. परिक्रमण (Revolution) – सूर्य के चारों ओर घूमना (365.25 दिन → ऋतुएँ)।
- पृथ्वी की धुरी 23.5° झुकी हुई है।
- इस झुकाव के कारण अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग समय पर सूर्य की किरणों का झुकाव बदलता है।
- इससे ग्रीष्म, शीत, वर्षा और वसंत ऋतु बनते हैं।
2. स्थलमंडल (Lithosphere)
2.1 स्थलमंडल की परतें
पृथ्वी के आंतरिक भाग को तीन मुख्य परतों में बाँटा जाता है –1. भूपर्पटी (Crust) – सबसे ऊपरी परत, ठोस।
- मोटाई: महाद्वीपों पर औसतन 35 किमी, महासागरों पर 5 किमी।
- प्रमुख तत्व: सिलिका और ऐलुमिनियम (SIAL)।
2. मृदुस्तर (Mantle) – 2900 किमी तक फैली, अर्ध-द्रव अवस्था।
- इसमें से मैग्मा का निर्माण होता है।
3. गर्भ (Core) – आंतरिक भाग, लोहे और निकल से बना (NIFE)।
- बाहरी भाग द्रव, आंतरिक भाग ठोस।
- यही पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र बनाता है।
2.2 महाद्वीप और महासागर
- पृथ्वी की सतह पर 29% भूमि और 71% जल।
- सात महाद्वीप: एशिया, यूरोप, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, अंटार्कटिका।
- पाँच महासागर: प्रशांत, अटलांटिक, हिंद, आर्कटिक, दक्षिणी।
2.3 स्थलाकृतियाँ
- पर्वत (Mountains) – हिमालय, एंडीज़, आल्प्स।
- मैदानी क्षेत्र (Plains) – गंगा का मैदान, मिस्र का नील मैदान।
- पठार (Plateau) – दक्कन पठार, तिब्बत पठार।
- मरुस्थल (Desert) – थार, सहारा।
3. जलवायु (Climate)
3.1 मौसम और जलवायु में अंतर
- मौसम (Weather) – अल्पकालिक, दिन-प्रतिदिन बदलने वाला।
- जलवायु (Climate) – किसी क्षेत्र का दीर्घकालीन औसत मौसम (30+ वर्ष)।
3.2 जलवायु को प्रभावित करने वाले कारक
- अक्षांश (Latitude) – भूमध्य रेखा के पास अधिक तापमान।
- ऊँचाई (Altitude) – ऊँचाई बढ़ने पर तापमान घटता है।
- महासागरीय धाराएँ – गर्म या ठंडी हवाएँ तापमान प्रभावित करती हैं।
- वायु दाब और पवन – मानसून, व्यापारिक पवन।
3.3 वैश्विक जलवायु प्रकार
- उष्णकटिबंधीय – अधिक वर्षा, गर्म (अमेज़न, पश्चिमी घाट)।
- शुष्क/मरुस्थलीय – बहुत कम वर्षा (सहारा, थार)।
- समशीतोष्ण – चार ऋतुएँ (यूरोप)।
- ध्रुवीय – अत्यधिक ठंड (अंटार्कटिका)।
4. जैवमंडल (Biosphere)
4.1 परिभाषा
जैवमंडल वह क्षेत्र है जहाँ जीवन संभव है। इसमें स्थलमंडल का ऊपरी भाग, जलमंडल और वायुमंडल का निचला भाग शामिल होता है।4.2 पारितंत्र (Ecosystem)
- घटक – जैविक (पौधे, जानवर), अजैविक (जल, मृदा, वायु)।
- प्रकार – स्थल पारितंत्र (जंगल, घासभूमि), जलीय पारितंत्र (झील, महासागर)।
4.3 खाद्य श्रृंखला
- उत्पादक (पौधे) → उपभोक्ता (शाकाहारी, मांसाहारी) → अपघटक (कवक, बैक्टीरिया)।
- ऊर्जा प्रवाह एकतरफा, हमेशा घटता है।
- पारिस्थितिक संतुलन।
- औषधियाँ, खाद्य सुरक्षा।
- प्रदूषण नियंत्रण।
5. भारत का भूगोल
5.1 भारत का भौगोलिक विस्तार
- अक्षांश – 8°4' से 37°6' उत्तरी अक्षांश।
- देशांतर – 68°7' से 97°25' पूर्वी देशांतर।
- क्षेत्रफल – 32.87 लाख वर्ग किमी (दुनिया में सातवाँ)।
- उत्तर से दक्षिण लंबाई – 3214 किमी, पूर्व से पश्चिम चौड़ाई – 2933 किमी।
5.2 भारत के भौतिक भाग
1. हिमालय पर्वत
- तीन भाग – हिमाद्रि, हिमाचल, शिवालिक।
- गंगोत्री, यमुनोत्री जैसी हिमनदियाँ।
2. उत्तरी मैदान
- गंगा, सिंधु और ब्रह्मपुत्र नदियों के निक्षेप से बना।
- उपजाऊ मृदा।
3. दक्कन का पठार
- सबसे प्राचीन भूभाग।
- खनिज संपदा में समृद्ध।
4. तटीय मैदान
- पश्चिमी तट (कॉनकण, मालाबार), पूर्वी तट (कोरोमंडल)।
5. मरुस्थल
- थार मरुस्थल (राजस्थान)।
5.3 नदियाँ
- हिमालयी नदियाँ – गंगा, यमुना, ब्रह्मपुत्र (सालभर जल)।
- प्रायद्वीपीय नदियाँ – गोदावरी, कृष्णा, कावेरी (मुख्यतः वर्षा आधारित)।
5.4 जलवायु
- मौसम – ग्रीष्म, वर्षा, शीत।
- मानसून – दक्षिण-पश्चिम मानसून (जून-सितंबर), उत्तर-पूर्व मानसून (अक्टूबर-नवंबर)।
5.5 मृदा (Soil)
भारत में मुख्यतः 6 प्रकार की मिट्टी –- जलोढ़ मृदा – सबसे उपजाऊ, गंगा मैदान।
- काली मिट्टी – कपास उत्पादन के लिए प्रसिद्ध।
- लाल मिट्टी – दक्षिण भारत में।
- लैटराइट मिट्टी – चाय-कॉफी के लिए उपयुक्त।
- मरुस्थलीय मिट्टी – राजस्थान।
- पर्वतीय मिट्टी – फल-फूलों की खेती।
5.6 कृषि
मुख्य फसलें –- खरीफ – धान, मक्का, कपास।
- रबी – गेहूँ, जौ, सरसों।
- जायद – तरबूज, सब्जियाँ।
- कृषि पद्धति – सिंचित, वर्षा आधारित, स्थानांतरण खेती।
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